10 Rupee Coin – बाजार में चल रहे 10 रुपये के सिक्कों को लेकर लोगों में काफी समय से कंफ्यूजन बना हुआ है। कहीं पर दुकानदार इसे लेने से मना कर देते हैं, तो कहीं ग्राहक खुद ही इसे नकली समझ कर रखने से हिचकिचाते हैं। इसी कन्फ्यूजन को दूर करने के लिए अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी RBI ने साफ-साफ अलर्ट जारी किया है। अगर आपके पास भी 10 रुपये का सिक्का है और आपको लग रहा है कि वह नकली है या कोई उसे लेने से मना कर रहा है, तो अब आपको घबराने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है।
RBI ने बताया है कि फिलहाल बाजार में जो भी 10 रुपये के सिक्के चल रहे हैं, वे पूरी तरह से असली हैं और वैध मुद्रा हैं। इन सिक्कों को रिजर्व बैंक ने खुद जारी किया है और लोग इन्हें बिना किसी डर के लेन-देन में इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए जानते हैं इस पूरे मामले की डिटेल में।
10 लाइन वाला असली या 15 लाइन वाला?
बहुत सारे लोगों का मानना है कि 10 रुपये का वही सिक्का असली होता है, जिस पर 10 लाइनें बनी होती हैं। वहीं 15 लाइनों वाला सिक्का लोगों को नकली लगता है। लेकिन यह सोच पूरी तरह से गलत है। RBI ने साफ कर दिया है कि ये केवल अफवाहें हैं। असल में, 10 रुपये के सिक्कों के कई अलग-अलग डिजाइन हैं, और उनमें से कुछ पर 10 लाइनें हैं तो कुछ पर 15।
दरअसल, समय-समय पर 10 रुपये के सिक्कों को अलग-अलग डिजाइन में जारी किया गया है। इन्हें कई अलग-अलग मिंट से ढाला गया है, इसलिए इनका डिज़ाइन थोड़ा अलग होना स्वाभाविक है। लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि कोई सिक्का नकली है।
कुल 14 तरह के डिजाइन में उपलब्ध हैं सिक्के
RBI ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर जानकारी दी है कि 10 रुपये के सिक्के कुल 14 अलग-अलग डिजाइन में मौजूद हैं। इन सभी को रिजर्व बैंक ने ही छपवाया और देश भर में चलन में लाया है। कोई भी व्यक्ति या दुकानवाला इन सिक्कों को लेने से मना नहीं कर सकता। अगर कोई ऐसा करता है, तो उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई जा सकती है और उस पर कार्रवाई भी संभव है।
यानी अब जब भी कोई 10 रुपये का सिक्का लेने से मना करे, तो आप निश्चिंत होकर कह सकते हैं कि यह सिक्का पूरी तरह से वैध है और इसे लेने से मना करना गैरकानूनी है।
क्या करें अगर कोई 10 रुपये का सिक्का लेने से मना करे?
अगर आपके साथ ऐसा होता है कि कोई दुकानदार, ऑटो चालक या कोई अन्य व्यक्ति 10 रुपये का सिक्का लेने से इनकार करता है, तो आप तुरंत इसकी शिकायत कर सकते हैं। इसके लिए RBI ने टोल फ्री नंबर 14440 जारी किया है। इस नंबर पर कॉल करके आप अपनी समस्या बता सकते हैं और असली जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
RBI की इस पहल का मकसद यही है कि लोग अफवाहों के चक्कर में न आएं और पूरी जानकारी के साथ लेन-देन करें।
बाकी सिक्कों को लेकर भी है गाइडलाइन
सिर्फ 10 रुपये के सिक्के ही नहीं, बल्कि 1, 2 और 5 रुपये के सिक्कों को लेकर भी कई बार भ्रम की स्थिति देखने को मिलती है। कई लोग पुराने डिजाइन के सिक्कों को नकली मान लेते हैं या लेने से हिचकिचाते हैं। लेकिन RBI समय-समय पर सभी सिक्कों और नोटों को लेकर जरूरी गाइडलाइन जारी करता है, ताकि लोग सही जानकारी के साथ अपने निर्णय ले सकें।
लोगों को चाहिए कि वे समय-समय पर RBI की वेबसाइट या भरोसेमंद समाचार स्रोतों से अपडेट लेते रहें। इससे वे किसी भी अफवाह का शिकार नहीं होंगे और बाजार में सिक्कों को लेकर आत्मविश्वास से लेन-देन कर सकेंगे।
अफवाहों से बचें, जागरूक बनें
भारत जैसे बड़े देश में जहां हर रोज़ करोड़ों की संख्या में लोग नकद लेन-देन करते हैं, वहां अफवाहें तेजी से फैलती हैं। लेकिन जरूरी है कि हम खुद जागरूक बनें और दूसरों को भी सही जानकारी दें। 10 रुपये के सिक्कों को लेकर फैली अफवाहें एक उदाहरण हैं कि कैसे गलत जानकारी से लोगों को परेशानी हो सकती है।
अब जब RBI ने खुद स्पष्ट कर दिया है कि 10 रुपये के 14 तरह के सिक्के असली और वैध हैं, तो हमें भी यह जानकारी दूसरों के साथ साझा करनी चाहिए। ऐसा करने से नकदी के लेन-देन में भरोसा बना रहेगा और किसी को बेवजह नुकसान नहीं होगा।
तो अगली बार जब आपके हाथ में 10 रुपये का कोई भी डिजाइन वाला सिक्का आए, तो निश्चिंत होकर उसका इस्तेमाल करें। अफवाहों को नजरअंदाज करें और RBI की गाइडलाइंस को फॉलो करें।