E-Shram Card – अगर आप असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं और अब तक ई-श्रम कार्ड नहीं बनवाया है, तो ये खबर आपके लिए ही है। क्योंकि ये एक ऐसा कार्ड है, जो आपको ढेरों सरकारी योजनाओं का सीधा फायदा दिला सकता है। बच्चों की पढ़ाई, बेटी की शादी, पेंशन, इलाज, और यहां तक कि मकान तक—सबकुछ इसमें शामिल है। सरकार की इस योजना का मकसद है कि मजदूर वर्ग को भी वो सारे अधिकार और सुविधाएं मिलें, जो बाकी लोगों को मिलती हैं।
क्या है ई-श्रम कार्ड?
ई-श्रम कार्ड दरअसल केंद्र सरकार की एक पहल है, जिसे खासतौर पर असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए शुरू किया गया है। इसे श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा चलाया जा रहा है। जो भी लोग किसी कंपनी या फैक्ट्री से जुड़े नहीं हैं, जैसे कि रिक्शा चालक, घरेलू काम करने वाले, सड़क पर दुकान लगाने वाले या खेतों में मजदूरी करने वाले—ये सभी इस कार्ड के लिए योग्य हैं।
इस कार्ड से सरकार एक नेशनल डेटाबेस बना रही है, ताकि जरूरत पड़ने पर इन्हें मदद पहुंचाई जा सके। इसमें व्यक्ति का नाम, काम, पता, बैंक खाता, और दूसरी जरूरी जानकारियां दर्ज की जाती हैं।
क्या-क्या फायदे मिलते हैं इस कार्ड से?
अब बात करते हैं असली मुद्दे की—इस कार्ड से आपको क्या फायदे मिलेंगे?
- सबसे पहले तो ₹2 लाख तक का दुर्घटना बीमा बिल्कुल मुफ्त मिलता है। यानी अगर कार्डधारक को कोई हादसा हो जाता है, तो परिवार को आर्थिक मदद मिलती है।
- इसके अलावा, भविष्य में ₹3000 तक की मासिक पेंशन का भी प्रावधान है।
- जिनकी बेटियां शादी के योग्य हैं, उन्हें शादी अनुदान योजना का लाभ मिल सकता है।
- बच्चों की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप, फ्री कोचिंग और दूसरे शैक्षिक लाभ भी इसमें शामिल हैं।
- अगर आप बीमार पड़ते हैं, तो आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त मिल सकता है।
- कई राज्यों में मकान योजना का भी लाभ मिलता है, जिसमें पक्के मकान के लिए सहायता दी जाती है।
कौन बनवा सकता है ई-श्रम कार्ड?
अगर आपकी उम्र 18 से 59 साल के बीच है और आप असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे हैं, तो आप इस कार्ड के लिए पात्र हैं। इसका मतलब ये है कि अगर आप कोई मजदूरी का काम करते हैं, सब्ज़ी बेचते हैं, सिलाई करते हैं, मछली पकड़ते हैं या फिर छोटे-मोटे कामों से घर चलाते हैं, तो ये कार्ड आपके लिए जरूरी है।
कैसे बनवाएं ई-श्रम कार्ड?
ई-श्रम कार्ड बनवाना बेहद आसान है। इसके लिए आप सीधे ई-श्रम पोर्टल eshram.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके अलावा UMANG ऐप या CSC केंद्र (कॉमन सर्विस सेंटर) के माध्यम से भी रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। आपको बस आधार कार्ड और बैंक खाता जानकारी देनी होती है। अगर आपके आधार से मोबाइल नंबर लिंक है तो आप खुद भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूनिक श्रमिक पहचान संख्या (UAN) दी जाती है, और फिर आप अपना ई-श्रम कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।
अब तक कितने लोग जुड़ चुके हैं इस योजना से?
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक 30 करोड़ से ज्यादा मजदूरों ने ई-श्रम पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। इनमें सबसे ज्यादा पंजीकरण उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और ओडिशा जैसे राज्यों से हुए हैं। इससे ये साफ है कि लोग अब सरकारी योजनाओं को लेकर जागरूक हो रहे हैं।
ई-श्रम कार्ड क्यों है जरूरी?
आज के वक्त में अगर आप सरकार की योजनाओं का फायदा लेना चाहते हैं, तो आपके पास जरूरी दस्तावेज होने चाहिए। ई-श्रम कार्ड उन दस्तावेजों में सबसे अहम बन चुका है। क्योंकि इस एक कार्ड से न सिर्फ कई योजनाओं का फायदा मिलता है, बल्कि भविष्य में मिलने वाली मदद का रिकॉर्ड भी सरकार के पास रहता है।
ये कार्ड न सिर्फ आपकी आर्थिक सुरक्षा देता है, बल्कि आपके बच्चों के भविष्य को भी संवारता है। इसलिए अगर आपने अभी तक ये कार्ड नहीं बनवाया है, तो अब देर मत कीजिए।
ई-श्रम कार्ड असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे लाखों लोगों के लिए किसी लाइफलाइन से कम नहीं है। ये न केवल आर्थिक सुरक्षा देता है, बल्कि कई सरकारी योजनाओं का सीधा फायदा भी दिलाता है। पेंशन, बीमा, इलाज, मकान और बच्चों की पढ़ाई—सब कुछ एक कार्ड से। इसलिए आज ही इसे बनवाएं और अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित करें।