DA Gratuity Hike – सरकारी नौकरी करने वालों और पेंशनर्स के लिए 2024-25 की शुरुआत एक शानदार तोहफा लेकर आई है। सरकार ने ना सिर्फ महंगाई भत्ते यानी DA में इजाफा किया है, बल्कि ग्रेच्युटी की सीमा भी बढ़ा दी है। इस बदलाव से लाखों कर्मचारियों और उनके परिवारों को सीधा फायदा मिलने वाला है। अब रिटायरमेंट के वक्त आपको पहले से ज्यादा पैसा मिलेगा, जिससे भविष्य की प्लानिंग करना और आसान हो जाएगा। आइए इस पूरे फैसले को आसान भाषा में समझते हैं।
ग्रेच्युटी आखिर होती क्या है?
जब कोई कर्मचारी लंबे समय तक एक ही नौकरी करता है, तो उसकी वफादारी और मेहनत के बदले कंपनी या सरकार उसे एकमुश्त राशि देती है, जिसे ग्रेच्युटी कहा जाता है। ये पैसे रिटायरमेंट, इस्तीफे या कर्मचारी की मृत्यु के समय मिलते हैं। ये लाभ उन्हीं लोगों को मिलते हैं जिन्होंने कम से कम पांच साल तक नौकरी की हो। चाहे आप सरकारी विभाग में हों, किसी सार्वजनिक उपक्रम में या किसी प्राइवेट कंपनी में, अगर आपकी कंपनी पर ग्रेच्युटी कानून लागू होता है, तो आपको इसका फायदा मिलेगा।
क्या बदलाव हुआ है?
पहले ग्रेच्युटी की अधिकतम सीमा 20 लाख रुपये थी। लेकिन अब सरकार ने इसे बढ़ाकर 25 लाख रुपये कर दिया है। यानी अब रिटायरमेंट के वक्त आपको 5 लाख रुपये तक ज्यादा मिल सकते हैं। ये फैसला केंद्र सरकार के कर्मचारियों, पब्लिक सेक्टर कंपनियों के कर्मचारियों और कुछ राज्य सरकारों में लागू होगा। निजी कंपनियां भी धीरे-धीरे इस सीमा को अपनाने के लिए मजबूर होंगी।
DA यानी महंगाई भत्ते में भी बढ़ोतरी
सिर्फ ग्रेच्युटी ही नहीं, सरकार ने महंगाई भत्ते में भी 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी है। 2023 में DA 46 प्रतिशत था, जो अब 54 प्रतिशत हो चुका है। यानी आपकी सैलरी में अब पहले से ज्यादा पैसा जुड़ेगा। इसका सीधा असर पेंशनर्स पर भी पड़ेगा क्योंकि उनकी पेंशन भी DA के आधार पर तय होती है।
क्यों खास है ये फैसला?
मान लीजिए कोई कर्मचारी 30 साल की सेवा के बाद रिटायर हो रहा है और उसकी ग्रेच्युटी 23 लाख रुपये बनती है। पहले उसे 20 लाख रुपये तक ही टैक्स छूट मिलती थी, बाकी राशि टैक्स के दायरे में आती थी। लेकिन अब 25 लाख रुपये तक की ग्रेच्युटी टैक्स फ्री हो गई है। इससे कर्मचारियों को न सिर्फ ज्यादा पैसा मिलेगा, बल्कि वो पैसा पूरी तरह से उनके पास रहेगा।
रिटायरमेंट की प्लानिंग होगी और आसान
इस फैसले से रिटायरमेंट की तैयारी करने वाले लोगों को बड़ा फायदा होगा। अब वे अपने भविष्य के लिए ज्यादा फंड जमा कर पाएंगे। बच्चों की पढ़ाई, शादी, मेडिकल इमरजेंसी या घर बनाने जैसी ज़रूरतों के लिए उन्हें ज्यादा पैसा मिलेगा। इससे न सिर्फ आर्थिक सुरक्षा मिलेगी, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को क्या करना चाहिए?
अगर आप प्राइवेट कंपनी में काम कर रहे हैं, तो सबसे पहले अपनी कंपनी की पॉलिसी चेक करें। कई बड़ी कंपनियां केंद्र सरकार के फैसलों को फॉलो करती हैं। अगर आपकी कंपनी ने अभी तक ग्रेच्युटी सीमा नहीं बढ़ाई है, तो HR से बात करें और इस बारे में जानकारी लें। साथ ही अपने फाइनेंशियल प्लानर से सलाह लेकर नई ग्रेच्युटी सीमा के हिसाब से निवेश और सेविंग्स की योजना बनाएं।
कब से लागू हुआ है ये बदलाव?
सरकार ने इस फैसले को पहली जनवरी 2024 से लागू किया है। यानी अगर कोई कर्मचारी इस तारीख के बाद रिटायर होता है, तो उसे नई ग्रेच्युटी सीमा का फायदा मिलेगा।
किसे मिलेगा सीधा फायदा?
- केंद्र सरकार के सभी कर्मचारी
- कुछ राज्य सरकारों के कर्मचारी
- पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग यानी PSU के कर्मचारी
- प्राइवेट कंपनियों के कर्मचारी जहां ग्रेच्युटी एक्ट लागू होता है
एक नजर में बड़ा फायदा
- ग्रेच्युटी सीमा अब 25 लाख रुपये
- DA अब 54 प्रतिशत तक पहुंचा
- टैक्स में भी बचत
- भविष्य की प्लानिंग में आसानी
नतीजा क्या निकला?
ये बदलाव केवल आर्थिक नहीं है, बल्कि मानसिक तौर पर भी राहत देने वाला है। अब कर्मचारी और पेंशनर्स रिटायरमेंट को लेकर ज्यादा सुरक्षित महसूस कर सकते हैं। इससे युवाओं में सरकारी नौकरी की ओर रुझान भी बढ़ेगा। साथ ही निजी कंपनियों में भी कर्मचारियों की सुविधा को लेकर बदलाव आने की उम्मीद है।
मेरा एक दोस्त बैंक में काम करता है और अगले साल रिटायर होने वाला है। पहले उसे उम्मीद थी कि 20 लाख रुपये तक ही ग्रेच्युटी मिलेगी। लेकिन अब उसे करीब 23 से 24 लाख रुपये तक मिलने की संभावना है। उसने पहले ही प्लान कर लिया है कि इस पैसे से बेटी की शादी और मेडिकल जरूरतें पूरी करेगा। यही बदलाव लाखों परिवारों की जिंदगी को बेहतर बना सकते हैं।