Farmer Toll Tax Exemption – देश के करोड़ों किसानों के लिए सरकार ने एक ऐसा फैसला लिया है जो उनकी जेब पर सीधा असर डालेगा और खेती-किसानी को थोड़ा आसान बना देगा। अब किसानों को खेती से जुड़े कामों में टोल टैक्स नहीं देना पड़ेगा। यानी अगर आप ट्रैक्टर, ट्रॉली या किसी और कृषि वाहन से खेत या मंडी जा रहे हैं, तो अब हर टोल पर रुककर पैसे देने की झंझट खत्म होने वाली है। सरकार की ये नई स्कीम धीरे-धीरे पूरे देश में लागू की जाएगी और इसका फायदा लाखों किसानों को होगा।
किसानों को राहत क्यों जरूरी थी?
किसानों के लिए पहले ही डीजल, खाद, बीज, कीटनाशक जैसी चीजें महंगी हो रही हैं। ऊपर से अगर उन्हें ट्रैक्टर या ट्रॉली लेकर एक जगह से दूसरी जगह जाना हो, तो हर टोल प्लाज़ा पर रुककर टोल टैक्स देना पड़ता था। कई बार एक दिन में 200 से 500 रुपये तक सिर्फ टोल में खर्च हो जाते थे। ये छोटे किसानों के लिए बहुत भारी पड़ता था। इसलिए अब सरकार ने ये फैसला लिया है कि अगर वाहन कृषि कार्यों के लिए इस्तेमाल हो रहा है तो उसे टोल टैक्स से छूट दी जाएगी।
कौन से वाहन होंगे फ्री?
सरकार ने साफ कहा है कि निजी इस्तेमाल के कृषि वाहन ही इस छूट के दायरे में आएंगे। मतलब ये कि:
- ट्रैक्टर
- ट्रॉली
- हार्वेस्टर
- कंबाइन
- और बाकी खेती के काम में लगने वाले वाहन
अगर कोई किसान अपने ट्रैक्टर का कमर्शियल यानी माल ढोने के लिए इस्तेमाल करता है, तो उसे ये छूट नहीं मिलेगी। सरकार ने यही कहा है कि सिर्फ वही किसान इसका फायदा ले सकेंगे जो खेती के लिए वाहन चला रहे हैं।
छूट कैसे मिलेगी?
अब बात आती है कि इस टोल टैक्स माफी का फायदा मिलेगा कैसे। इसके लिए कुछ जरूरी बातें हैं जो किसानों को फॉलो करनी होंगी:
- सबसे पहले, वाहन का रजिस्ट्रेशन कृषि कार्य के नाम पर होना चाहिए।
- वाहन पर FASTag होना जरूरी है, बिना उसके ये सुविधा नहीं मिलेगी।
- वाहन की श्रेणी NHAI के नियमों के मुताबिक होनी चाहिए।
- किसानों को NHAI की वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा या नजदीकी टोल प्लाज़ा पर संपर्क करना होगा।
किन राज्यों में पहले मिलेगी सुविधा?
इस योजना को सबसे पहले कुछ चुनिंदा राज्यों में लागू किया जा रहा है, जैसे कि:
- उत्तर प्रदेश – आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर सबसे ज्यादा फायदा
- राजस्थान – जयपुर-दिल्ली हाइवे पर पायलट स्कीम शुरू
- मध्य प्रदेश – भोपाल-इंदौर रूट पर सुविधा शुरू
- पंजाब – अमृतसर-लुधियाना जैसे इलाकों में शुरुआत
- महाराष्ट्र – पुणे-नासिक मार्ग को चुना गया है
इन राज्यों में पायलट स्कीम के तहत शुरुआत की जा रही है। धीरे-धीरे बाकी राज्यों में भी इसे लागू किया जाएगा।
क्या बदलाव आएगा किसानों की जिंदगी में?
इस स्कीम से खेती-किसानी में कई बड़े फायदे होंगे:
- फसल मंडी तक ले जाना आसान होगा
- ट्रांसपोर्ट खर्च में बचत होगी
- टोल प्लाज़ा पर समय बर्बाद नहीं होगा
- खेती की लागत थोड़ी कम होगी
कुल मिलाकर, छोटे-छोटे बदलाव किसानों की जिंदगी में बड़ा फर्क ला सकते हैं।
किसान भाइयों के लिए कुछ जरूरी सुझाव
- अगर आपने अपने ट्रैक्टर को अभी तक खेती के नाम पर रजिस्टर नहीं कराया है, तो जल्दी करवा लें
- FASTag जरूर लगवाएं और उसमें वाहन की सही जानकारी दर्ज कराएं
- NHAI की वेबसाइट पर अपडेट चेक करते रहें
- अगर किसी टोल प्लाज़ा पर छूट न मिले, तो तुरंत शिकायत दर्ज कराएं
सरकार की ये पहल किसानों के लिए बड़ी राहत साबित हो सकती है। खेती करना आज के समय में आसान नहीं है, और ऐसे में अगर सरकार टोल टैक्स जैसी चीजों में छूट दे रही है तो इसका पूरा फायदा उठाना चाहिए। उम्मीद है कि जल्द ही ये स्कीम पूरे देश में लागू होगी और किसानों की जिंदगी थोड़ी आसान बन पाएगी।