LPG Gas New Rate – अगर आप भी रोज़ाना रसोई गैस पर खाना बनाते हैं, तो ये खबर आपके लिए काफी जरूरी है। एलपीजी गैस सिलेंडर के रेट में फिर से बदलाव किया गया है, और इस बार आम जनता को झटका लगा है। गैस सिलेंडर के दाम बढ़ा दिए गए हैं और अब हर महीने का खर्च और बढ़ने वाला है।
हर घर की जरूरत – लेकिन अब महंगी
भारत में एलपीजी गैस सिलेंडर अब सिर्फ एक चीज नहीं, बल्कि हर घर की जरूरत बन चुकी है। सुबह की चाय से लेकर रात के खाने तक, सब कुछ गैस के भरोसे ही चलता है। लेकिन जब गैस के दाम बढ़ते हैं तो सीधा असर जेब पर पड़ता है। और यही हुआ है अप्रैल महीने में, जब सरकार ने अचानक एलपीजी गैस के रेट बढ़ा दिए।
8 अप्रैल से लागू हुए नए रेट
सरकार ने 8 अप्रैल 2025 से घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बदलाव किया है। दिल्ली समेत देश के ज्यादातर शहरों में अब गैस के दाम बढ़ चुके हैं। जो लोग उज्ज्वला योजना के तहत सस्ता सिलेंडर पा रहे थे, उनके लिए भी अब दाम बढ़ा दिए गए हैं। पहले जो सिलेंडर 500 रुपये में मिल जाता था, अब उसके लिए 550 रुपये खर्च करने होंगे।
Also Read:

राजधानी दिल्ली की बात करें तो…
दिल्ली में घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत अब 853 रुपये हो गई है, जबकि पहले ये 803 रुपये में मिल रहा था। यानी सीधे 50 रुपये का झटका। वहीं कोलकाता, मुंबई, नोएडा, गुड़गांव जैसे शहरों में भी इसी तरह से रेट में इजाफा किया गया है।
शहरों के हिसाब से ताजा रेट कुछ ऐसे हैं
- दिल्ली में अब सिलेंडर मिलेगा 853 रुपये में
- कोलकाता में रेट पहुंचा 879 रुपये तक
- गुड़गांव में कीमत हो गई 861.50 रुपये
- नोएडा में अब सिलेंडर मिलेगा 850.50 रुपये में
- मुंबई में रेट पहुंचा 852.50 रुपये
- चंडीगढ़ में अब गैस की कीमत हो गई 862 रुपये
- भुवनेश्वर में सिलेंडर मिल रहा है 879 रुपये में
कमर्शियल गैस सिलेंडर में थोड़ी राहत
अब अगर आप सोच रहे हैं कि हर सिलेंडर के रेट बढ़े हैं तो ऐसा नहीं है। कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दामों में सरकार ने थोड़ी राहत दी है। एक अप्रैल से इसमें करीब 41 रुपये की कटौती की गई है। दिल्ली में जहां पहले कमर्शियल सिलेंडर 1803 रुपये का था, अब वो 1762 रुपये में मिल रहा है। यानी होटल और रेस्टोरेंट वालों के लिए थोड़ी राहत जरूर है।
दाम क्यों बढ़े? ये है असली वजह
अब सवाल ये उठता है कि आखिर अचानक ये दाम क्यों बढ़ा दिए गए? तो इसका सीधा कारण है अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी। जब विदेशों में तेल महंगा होता है, तो उसका सीधा असर भारत पर भी पड़ता है क्योंकि हम अपनी जरूरत का ज़्यादातर गैस बाहर से मंगवाते हैं। ऐसे में जब वहां महंगा हो गया, तो यहां भी कीमतें बढ़ना तय था।
आगे क्या हो सकता है?
अब ये भी हो सकता है कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम स्थिर होते हैं या घटते हैं, तो आने वाले महीनों में सरकार फिर से राहत दे सकती है। लेकिन अभी के लिए कोई उम्मीद नहीं दिख रही है क्योंकि तेल की कीमतें लगातार ऊपर जा रही हैं।
क्या करें आम लोग?
इस समय आम आदमी के पास ज्यादा विकल्प नहीं हैं। गैस के बिना गुज़ारा तो संभव नहीं है, लेकिन कुछ तरीके अपनाकर खर्च जरूर कम किया जा सकता है। जैसे खाना बनाते वक्त गैस को लो फ्लेम पर रखना, प्रेशर कुकर का इस्तेमाल करना, और कोशिश करें कि बार-बार गैस ऑन-ऑफ न करें। इससे थोड़ी बहुत बचत हो सकती है।
उज्ज्वला योजना वालों को भी झटका
जो लोग उज्ज्वला योजना के तहत सस्ता गैस सिलेंडर पा रहे थे, अब उन्हें भी बढ़ा हुआ दाम चुकाना पड़ेगा। हालांकि अभी भी बाकी लोगों की तुलना में उनका सिलेंडर थोड़ा सस्ता मिल रहा है, लेकिन पहले के मुकाबले 50 रुपये ज्यादा देने होंगे।
कुल मिलाकर, एलपीजी गैस के दामों में बढ़ोतरी ने आम लोगों को फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है। जहां महंगाई पहले से ही सिर चढ़कर बोल रही है, वहीं गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी ने महीने का बजट और बिगाड़ दिया है।
सरकार कब तक राहत देगी, ये तो वक्त ही बताएगा, लेकिन फिलहाल तो रसोई का खर्च बढ़ना तय है।