Train Booking Update – अगर आप भी हर बार कंफर्म टिकट के लिए परेशान रहते हैं, तो अब रेलवे की नई व्यवस्था से आपको बड़ी राहत मिल सकती है। गर्मियों की छुट्टियों में ट्रेनों में भीड़ तो बढ़ ही जाती है, लेकिन इस बार रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और पारदर्शिता को ध्यान में रखते हुए 1 मई 2025 से कई अहम बदलाव किए हैं। इन बदलावों का मकसद है कि टिकट बुकिंग की प्रक्रिया को आसान, सुरक्षित और फेयर बनाया जा सके।
रेलवे को क्यों उठाने पड़े ये कदम
पिछले कुछ सालों में यह लगातार देखने को मिला कि लोग तत्काल टिकट बुक नहीं कर पा रहे थे, जबकि एजेंट और बॉट्स के जरिए कुछ सेकेंड में सारी सीटें भर जाती थीं। इसके अलावा डुप्लीकेट टिकट, बोगस बुकिंग और रिफंड धोखाधड़ी जैसी शिकायतें भी खूब बढ़ीं। इन्हीं समस्याओं को खत्म करने के लिए रेलवे ने अब सिस्टम को डिजिटल और फुली ट्रांसपेरेंट बनाने का फैसला लिया है।
ट्रेन टिकट बुकिंग में क्या-क्या बड़े बदलाव हुए हैं
रेलवे ने इस बार बुकिंग सिस्टम को तीन हिस्सों में सुधार किया है – आरक्षण समय, तत्काल टिकट नियम और रिफंड पॉलिसी।
1. अब सभी ट्रेनों का आरक्षण 120 दिन पहले से
पहले अलग-अलग ट्रेनों के लिए टिकट बुकिंग का टाइम अलग होता था। किसी के लिए 90 दिन, किसी के लिए 120 दिन – इससे यात्री कंफ्यूज रहते थे। अब सभी मेल, एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों के लिए टिकट बुकिंग एक समान 120 दिन पहले से होगी। इससे लोगों को प्लानिंग में आसानी होगी।
2. तत्काल टिकट बुकिंग के नियम सख्त किए गए
अब तत्काल टिकट बुक करने के भी नए टाइम फिक्स किए गए हैं ताकि बॉट्स और एजेंट्स का गड़बड़झाला रुके।
- एसी कोच की तत्काल टिकट बुकिंग सुबह 10 बजे से शुरू होगी
- स्लीपर क्लास की बुकिंग 11 बजे से
- एक यूजर आईडी से एक दिन में सिर्फ दो ही तत्काल टिकट बुक किए जा सकेंगे
- किसी भी ट्रेन की केवल 30 प्रतिशत सीटें ही तत्काल कोटे में रहेंगी
इससे यह उम्मीद है कि असली यात्री को ही टिकट मिल पाएगा, न कि दलालों को।
3. रिफंड पॉलिसी भी बदली
अब टिकट कैंसिल करने पर रिफंड के नियम भी पहले से ज्यादा साफ और सख्त कर दिए गए हैं।
- अगर आपने टिकट यात्रा से 48 घंटे पहले कैंसिल किया, तो 75 प्रतिशत पैसा वापस मिलेगा
- अगर 24 से 48 घंटे के बीच टिकट रद्द किया, तो 50 प्रतिशत रिफंड
- अगर 24 घंटे से कम समय बचा है, तो कोई रिफंड नहीं मिलेगा
- वेटिंग टिकट अगर चार्ट बनने तक कंफर्म नहीं हुआ, तो 100 प्रतिशत पैसा वापस मिलेगा
इससे फालतू बुकिंग और ब्लॉकिंग पर रोक लगेगी।
इनके अलावा भी कुछ छोटे लेकिन जरूरी बदलाव
रेलवे सिर्फ टिकट बुकिंग टाइम ही नहीं, बाकी सुविधाओं में भी सुधार ला रहा है:
- सीनियर सिटीज़न अब ऑनलाइन ही अपनी छूट के लिए पात्रता जांच करवा सकेंगे
- टिकट बुक करने पर दो SMS भेजे जाएंगे ताकि फर्जी बुकिंग की संभावना न रहे
- ई-टिकट को बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि पेपर वेस्टेज कम हो और प्रक्रिया तेज बने
- यात्रियों को क्या फायदा मिलेगा
इन सभी बदलावों का सीधा असर यात्रियों की जेब और सुविधा पर पड़ेगा। सबसे बड़ी बात ये है कि अब कंफर्म टिकट मिलने की संभावना बढ़ेगी। एजेंट की मनमानी बुकिंग पर ब्रेक लगेगा और अगर यात्रा कैंसिल भी करनी पड़े, तो रिफंड की स्थिति पहले से साफ रहेगी।
इसके अलावा एक बहुत जरूरी बात – अब जब हर चीज ऑनलाइन हो रही है, तो सुरक्षा और पारदर्शिता दोनों में सुधार दिखेगा। बुकिंग का डेटा साफ रहेगा और कोई फर्जीवाड़ा नहीं हो पाएगा।
स्मार्ट बुकिंग के लिए ये टिप्स जरूर अपनाएं
अगर आप चाहते हैं कि हर बार आपको कंफर्म टिकट मिले, तो नीचे दिए गए कुछ आसान ट्रिक्स फॉलो कर सकते हैं:
- यात्रा की योजना बनते ही 120 दिन पहले टिकट बुक करने की कोशिश करें
- तत्काल बुकिंग का टाइम पहले से नोट करें और कुछ मिनट पहले IRCTC वेबसाइट पर लॉगिन कर लें
- हमेशा बैकअप ऑप्शन रखें – जैसे कि वैकल्पिक तारीख या दूसरी ट्रेन
- टिकट सिर्फ ऑफिशियल IRCTC वेबसाइट या ऐप से ही बुक करें
- SMS और ई-टिकट की डिजिटल कॉपी अपने पास सुरक्षित रखें ताकि स्टेशन पर कोई परेशानी न हो
रेलवे की यह नई पहल निश्चित रूप से यात्रियों के हित में है। इसमें टिकट बुकिंग को लेकर पहले की तुलना में ज्यादा पारदर्शिता और अनुशासन आएगा। अब देखना ये होगा कि यात्री इन बदलावों को कितना अपनाते हैं और सिस्टम कितना असरदार साबित होता है।